हर लम्हा हर लम्हा
मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में मिला नहीं चरागा़ं कोई गुमनामी के अंधेरो में
हमें पता है यहां कोई गुमशुदा सा है, ये कुछ हुआ धुआं सा है...... हमें पता है यहां कोई गुमशुदा सा है, ये कुछ हुआ धुआं सा है......
गली में गली, गली में गली,,,, गली से होकर,घाट पर चला,,,, बढ़ा हुआ था, गंगा जी का प्रव गली में गली, गली में गली,,,, गली से होकर,घाट पर चला,,,, बढ़ा हुआ था, गंगा ...
कभी कभी पुराने गीत भी बोलते हैं निराशाओं के बोझ को सीने में दबाए हुए चलते हैं, तो कभ कभी कभी पुराने गीत भी बोलते हैं निराशाओं के बोझ को सीने में दबाए हुए चलते ...
इनायत का इनाम दरिंदों से डरने की क्या बात।। इनायत का इनाम दरिंदों से डरने की क्या बात।।